सिविल सर्वीस एप्टिट्यूड टेस्ट हर यूपीएससी के उम्मीदवार की यात्रा में एक महत्वपूर्ण निर्धारक होता है।
यूपीएससी सीसैट सिलेबस को इस तरह से बनाया गया है कि वह उम्मीदवार की तार्किक सोच, विश्लेषण क्षमता और निर्णय लेने की योग्यता की जांच कर सके।
यूपीएससी सीसैट में सफलता पाने के लिए एक सटीक अध्ययन रणनीति बनाना और सिलेबस की गहरी समझ होना बहुत ज़रूरी है।
यूपीएससी सीसेट विषयवार सिलेबस जानने के लिए आगे पढ़ें।
इंग्लिश में पढ़ेंसिलेबस में जाने से पहले यह ज़रूरी है कि आप सीसैट परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह समझ लें ताकि आप अपनी तैयारी की रणनीति को सही दिशा दे सकें। उम्मीदवारों को 200 अंकों में से कम से कम 33% यानी 66 अंक प्राप्त करने होते हैं ताकि वे यूपीएससी मेन्स परीक्षा के लिए योग्य माने जाएं।
नीचे सीसैट परीक्षा का पैटर्न दिया गया है।
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यूपीएससी सीसैट परीक्षा पैटर्न 2026 |
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|
अधिकतम अंक |
200 |
|
परीक्षा की समय-सीमा |
2 घंटे |
|
परीक्षा का समय |
दोपहर शिफ्ट (2:30 बजे से 4:30 बजे तक) |
|
भाषा |
अंग्रेज़ी और हिंदी |
|
प्रश्नों की संख्या |
80 प्रश्न |
|
प्रति प्रश्न अंक |
2.5 अंक प्रति प्रश्न |
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नेगेटिव मार्किंग |
प्रत्येक प्रश्न के लिए दिए गए अंकों का 1/3 भाग या 0.83 अंक |
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कट-ऑफ अंक |
33% या 66 अंक |
हालाँकि सीसैट में कोई आधिकारिक सेक्शन नहीं होते, फिर भी तैयारी को आसान बनाने के लिए इसके सिलेबस को निम्नलिखित वर्गों में बाँटा जा सकता है:
इन विषयों को आमतौर पर गणित, अंग्रेज़ी और रीजनिंग सेक्शन में बाँटा जा सकता है।
आगे पढ़ें और जानें हर सेक्शन की औसत वेटेज, टॉपिक्स का और अधिक विभाजन, और विषयवार प्रश्नों का वितरण।
नीचे यूपीएससी सीसैट का सेक्शन-वाइज औसत वेटेज दिया गया है।
हालाँकि यूपीएससी द्वारा कोई आधिकारिक सेक्शन-वाइज वेटेज निर्धारित नहीं किया गया है, फिर भी पिछले 6 वर्षों के ट्रेंड्स के आधार पर उम्मीदवार यह समझ सकते हैं कि किन टॉपिक्स से कितने प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
यह तालिका उम्मीदवारों को अंदाजा देने में मदद करेगी कि परीक्षा में क्या उम्मीद की जा सकती है।
यूपीएससी सीसैट का गणित सिलेबस कई विषयों को शामिल करता है। इन्हें मुख्य रूप से तीन भागों में बाँटा जा सकता है: सामान्य मानसिक क्षमता, बेसिक न्यूमरेसी, डेटा इंटरप्रिटेशन।
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गणित का सीसैट पाठ्यक्रम |
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सामान्य मानसिक क्षमता |
मूल संख्यात्मकता |
आँकड़ों की व्याख्या |
|
ज्यामिति |
सरलीकरण |
मिश्रित चित्रांकन |
|
समय और दूरी |
परिमेय संख्याएँ एवं क्रमबद्धता |
केसलेट्स |
|
लाभ और हानि |
संख्या पद्धति |
तालिकाएँ |
|
प्रायिकता |
वर्गमूल एवं घनमूल |
स्तंभ आलेख (बार ग्राफ़) |
|
क्षेत्रमिति एवं क्षेत्रफल |
दशमलव भिन्नें |
रेखा आलेख (लाइन ग्राफ़) |
|
पाइप और टंकी |
अनुपात और समानुपात |
पाई चार्ट |
|
क्रमचय एवं संयोजन |
लघुत्तम समापवर्त्य और महत्तम समापवर्तक |
आँकड़ा पर्याप्तता |
|
रेलगाड़ियाँ |
औसत |
आँकड़ा तुलना |
|
नाव और धारा |
करणी और घातांक |
आँकड़ा गणना |
|
समय और कार्य |
समुच्चय सिद्धांत |
|
|
साझेदारी |
||
|
साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज |
||
|
मिश्रण और मणिकर्ण |
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यहाँ गणित सेक्शन में हर टॉपिक से पूछे गए सवालों की संख्या दी गई है ताकि उम्मीदवारों को यह स्पष्ट हो सके कि किस विषय पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
|
विषय |
2024 |
2023 |
2022 |
2021 |
2020 |
2019 |
|
प्रतिशत |
5 |
1 |
4 |
7 |
2 |
9 |
|
अनुपात और समानुपात |
3 |
0 |
1 |
4 |
2 |
2 |
|
लाभ और हानि |
2 |
0 |
1 |
1 |
2 |
3 |
|
चक्रवृद्धि ब्याज |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
|
डेटा इंटरप्रिटेशन |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
|
आयु और साझेदारी |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
2 |
|
समय और कार्य |
2 |
1 |
1 |
1 |
1 |
0 |
|
समय, गति और दूरी |
0 |
0 |
2 |
1 |
2 |
1 |
|
पाइप्स और टंकी |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
0 |
|
नाव और धारा |
0 |
0 |
0 |
0 |
1 |
0 |
|
प्रायिकता |
0 |
1 |
0 |
0 |
0 |
0 |
|
क्रमचय-संचय |
0 |
11 |
7 |
3 |
3 |
2 |
|
मिश्रण और मिश्रधातु |
0 |
0 |
1 |
1 |
3 |
0 |
|
संख्या पद्धति |
19 |
22 |
15 |
13 |
18 |
8 |
|
औसत |
1 |
0 |
1 |
3 |
3 |
2 |
|
क्षेत्रमिति |
0 |
2 |
1 |
0 |
3 |
0 |
|
ल.स. और म.स. |
2 |
1 |
1 |
0 |
3 |
0 |
|
संख्या श्रंखला |
3 |
2 |
2 |
3 |
1 |
3 |
सीसैट का रीजनिंग सिलेबस उम्मीदवार की तार्किक और विश्लेषणात्मक सोचने की क्षमता को परखने के लिए बनाया गया है।
इसमें ऐसे सवाल शामिल होते हैं जो लॉजिकल रीजनिंग, सामान्य मानसिक क्षमता, और निर्णय लेने व समस्या सुलझाने से जुड़े होते हैं।
नीचे रीजनिंग सेक्शन में पूछे गए प्रश्नों का वर्षवार और विषयवार विवरण दिया गया है, ताकि उम्मीदवार यह समझ सकें कि किस टॉपिक पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
|
विषय |
2024 |
2023 |
2022 |
2021 |
2020 |
2019 |
|
अल्फ़ान्यूमेरिक श्रंखला |
1 |
2 |
2 |
1 |
0 |
1 |
|
कोडिंग व डिकोडिंग |
2 |
1 |
0 |
1 |
1 |
0 |
|
अक्षर श्रंखला |
0 |
1 |
0 |
1 |
1 |
1 |
|
अनुरूपता |
0 |
0 |
0 |
1 |
1 |
0 |
|
दिशा ज्ञान |
2 |
0 |
1 |
2 |
1 |
2 |
|
रक्त संबंध |
0 |
1 |
2 |
0 |
1 |
1 |
|
रैंकिंग और क्रम |
3 |
2 |
1 |
2 |
3 |
5 |
|
निगमन |
2 |
0 |
2 |
3 |
1 |
1 |
|
बैठक व्यवस्था व पज़ल |
0 |
0 |
3 |
1 |
0 |
0 |
|
घड़ी |
2 |
0 |
3 |
2 |
1 |
1 |
|
कैलेंडर |
2 |
1 |
1 |
3 |
1 |
3 |
|
पासा |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
|
आकृति की गिनती |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
|
घन और घनाभ |
1 |
1 |
0 |
0 |
0 |
3 |
|
चित्र |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
|
विश्लेषणात्मक तर्क |
0 |
2 |
0 |
0 |
0 |
0 |
सीसैट के अंग्रेज़ी सेक्शन में अलग-अलग लंबाई के रीडिंग पैसेज शामिल होते हैं, जो कि दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, पर्यावरण, और समसामयिक घटनाओं जैसे विषयों पर आधारित होते हैं।
इन प्रश्नों का उद्देश्य उम्मीदवार की समझने की क्षमता, विश्लेषणात्मक सोच और निष्कर्ष निकालने की योग्यता को परखना होता है।
उदाहरण के लिए, प्रश्नों में निम्नलिखित बातों की जांच की जा सकती है:
नीचे अंग्रेज़ी सेक्शन में पूछे गए प्रश्नों का वर्षवार और स्तर के अनुसार वितरण दिया गया है।
लेवेल 1 पैसेज छोटे होते हैं जिनके बाद 1 प्रश्न होता है। लेवेल 2 पैसेज के बाद 2 प्रश्न, लेवेल 3 पैसेज के बाद 3 प्रश्न, और लेवेल 4 पैसेज के बाद 4 प्रश्न पूछे जाते हैं। पैसेज की लंबाई भी उसके स्तर के अनुसार बदलती है।
|
अंग्रेज़ी में प्रश्नों का वितरण |
||||||
|
अनुच्छेद स्तर |
2024 |
2023 |
2022 |
2021 |
2020 |
2019 |
|
स्तर 1 अनुच्छेद |
9 |
22 |
6 |
25 |
15 |
18 |
|
स्तर 2 अनुच्छेद |
18 |
4 |
12 |
2 |
10 |
12 |
|
स्तर 3 अनुच्छेद |
0 |
0 |
9 |
0 |
0 |
0 |
|
स्तर 4 अनुच्छेद |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
0 |
हाँ, सीसैट पेपर केवल क्वालिफाइंग नेचर का होता है। उम्मीदवारों को यूपीएससी मेन्स के लिए क्वालिफाई करने के लिए इसमें कम से कम 33% यानी 200 में से 66 अंक लाने जरूरी हैं।
यूपीएससी सीसैट में उम्मीदवारों की कॉम्प्रिहेंशन, इंटरपर्सनल स्किल्स, लॉजिकल रीजनिंग, निर्णय लेने और समस्या समाधान, सामान्य मानसिक क्षमता, डेटा इंटरप्रिटेशन और बेसिक न्यूमरेसी परखने वाले विषय शामिल होते हैं। विषयों का विस्तृत विवरण ऊपर दिए गए लेख में मौजूद है।
यूपीएससी का आधिकारिक सीसेट सिलेबस आप यूपीएससी की वेबसाइट (upsc.gov.in) के “Examinations” सेक्शन में जाकर देख सकते हैं। इसके अतिरिक्त, ऊपर लेख में भी विस्तृत सिलेबस दिया गया है।
न्यूमरेसी और डेटा इंटरप्रिटेशन से जुड़े प्रश्नों का स्तर मध्यम से कठिन के बीच होता है। इस सेक्शन को अच्छे से हल करने के लिए उम्मीदवारों की मजबूत बुनियाद और बेसिक कॉन्सेप्ट्स पर अच्छी पकड़ होना जरूरी है।
हाल के वर्षों में सीसैट की कठिनाई बढ़ी है। यह जरूरी हो गया है कि उम्मीदवार बार-बार पूछे जाने वाले टॉपिक्स को अच्छे से समझें। हालाँकि, सही रणनीति और मार्गदर्शन के साथ, उम्मीदवार इसे आसानी से पास कर सकते हैं।