UPSC सिलेबस को अच्छे से समझना UPSC सिविल सेवा परीक्षा को पास करने की दिशा में एक बहुत ही जरूरी कदम है। सिविल सेवा परीक्षा (CSE) भारत में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा पूरे देश में आयोजित की जाती है, ताकि IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा), IPS (भारतीय पुलिस सेवा), IFS (भारतीय विदेश सेवा), IRS (भारतीय राजस्व सेवा) और अन्य सेवाओं में भर्ती की जा सके। यह परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है।
इसलिए, IAS परीक्षा में सफल होने के लिए उम्मीदवार को UPSC का नया और पूरा सिलेबस अच्छे से जानना चाहिए।
इस लेख में हमने UPSC सिलेबस 2025 के बारे में विस्तार से बताया है, जिसमें Prelims और Main Exam दोनों का सिलेबस शामिल है। साथ ही, हमने UPSC परीक्षा के पैटर्न की भी संक्षिप्त जानकारी दी है।
UPSC चरण I:
सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (UPSC Prelims) – यह एक वस्तुनिष्ठ (Objective Type) परीक्षा होती है, जिसका उद्देश्य मुख्य परीक्षा (Mains) के लिए उम्मीदवारों का चयन करना होता है।
UPSC चरण II:
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा (UPSC Mains) – इसमें लिखित परीक्षा और साक्षात्कार (इंटरव्यू) शामिल होते हैं। इसका उद्देश्य विभिन्न सेवाओं और पदों पर उम्मीदवारों का अंतिम चयन करना होता है, जैसा कि आधिकारिक नोटिफिकेशन में बताया गया है।
IAS परीक्षा की पूरी प्रक्रिया – प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार) – को पूरा होने में लगभग एक वर्ष का समय लगता है।
पिछले वर्षों के अनुसार UPSC परीक्षा का संभावित कैलेंडर इस प्रकार है:
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घटना |
तारीख |
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नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख |
22 जनवरी 2025 |
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प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) |
25 मई 2025 |
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मुख्य परीक्षा (Mains) |
22 अगस्त 2025 |
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साक्षात्कार प्रक्रिया |
अभी घोषित नहीं हुई है |
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अंतिम परिणाम |
अगले वर्ष मई/जून में अपेक्षित |
UPSC प्रीलिम्स में दो अनिवार्य पेपर होते हैं, जो बहुविकल्पीय (MCQ) प्रकार के होते हैं। हर पेपर 200 अंकों का होता है। नीचे UPSC प्रीलिम्स के पेपर पैटर्न की संक्षिप्त जानकारी दी गई है:
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बिंदु |
विवरण |
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पेपरों की संख्या |
2 अनिवार्य पेपर (GS पेपर-I और GS पेपर-II) |
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पेपर का प्रकार |
GS पेपर-I: मेरिट के लिए गिना जाता है GS पेपर-II: केवल क्वालिफाई करने के लिए |
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प्रश्नों का प्रकार |
वस्तुनिष्ठ (Objective/MCQ) प्रश्न |
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अधिकतम अंक |
कुल 400 अंक (हर पेपर 200 अंक का) |
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परीक्षा की अवधि |
हर पेपर के लिए 2 घंटे (दृष्टिहीन व अन्य विशेष आवश्यकता वाले उम्मीदवारों के लिए 20 मिनट प्रति घंटे का अतिरिक्त समय) |
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नेगेटिव मार्किंग |
हर गलत उत्तर पर 1/3 अंक काटे जाएंगे |
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परीक्षा की भाषा |
द्विभाषी (हिंदी और अंग्रेज़ी) |
IAS परीक्षा के लिए UPSC प्रीलिम्स में दो पेपर होते हैं – जनरल स्टडीज पेपर-I और जनरल स्टडीज पेपर-II (CSAT)। नीचे दोनों पेपरों का सिलेबस दिया गया है:
इस पेपर में निम्नलिखित टॉपिक्स शामिल होते हैं:
इस पेपर को CSAT (Civil Services Aptitude Test) भी कहा जाता है। इसमें निम्नलिखित टॉपिक्स आते हैं:
UPSC मुख्य परीक्षा (UPSC Mains exam in Hindi) में कुल 9 पेपर होते हैं, जो लगभग 4-5 दिनों में आयोजित किए जाते हैं। इन 9 में से सात पेपर मेरिट (अंक आधारित चयन) के लिए होते हैं, जबकि दो पेपर केवल क्वालिफाइंग (उत्तीर्ण होना अनिवार्य) होते हैं।
इन दो क्वालिफाइंग पेपरों में एक भारतीय भाषा और एक अंग्रेज़ी भाषा का पेपर शामिल होता है।
नीचे UPSC Mains के क्वालिफाइंग पेपरों की जानकारी दी गई है:
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क्वालिफाइंग पेपर |
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पेपर-A |
300 |
उम्मीदवार द्वारा संविधान की आठवीं अनुसूची में से चुनी गई किसी एक भारतीय भाषा में पेपर (अनिवार्य) |
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पेपर-B |
300 |
अंग्रेज़ी भाषा में पेपर (अनिवार्य) |
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मेरिट के लिए गिने जाने वाले पेपर |
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पेपर-I |
निबंध (Essay) |
250 |
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पेपर-II |
सामान्य अध्ययन-I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व का इतिहास और भूगोल, तथा समाज) |
250 |
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पेपर-III |
सामान्य अध्ययन-II (शासन व्यवस्था, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय संबंध) |
250 |
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पेपर-IV |
सामान्य अध्ययन-III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) |
250 |
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पेपर-V |
सामान्य अध्ययन-IV (नैतिकता, ईमानदारी और योग्यता) |
250 |
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पेपर-VI |
वैकल्पिक विषय – पेपर 1 |
250 |
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पेपर-VII |
वैकल्पिक विषय – पेपर 2 |
250 |
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कुल (लिखित परीक्षा) |
1750 अंक |
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व्यक्तित्व परीक्षण (इंटरव्यू) |
275 अंक |
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कुल योग |
2025 अंक |
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उम्मीदवारों को एक या एक से अधिक विषयों पर निबंध लिखने को कहा जा सकता है। विचारों को स्पष्ट, क्रमबद्ध और संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करने की अपेक्षा की जाती है। अच्छे और सटीक अभिव्यक्ति को अतिरिक्त अंक मिलते हैं।
इस पेपर में उम्मीदवारों के दृष्टिकोण और सोच का मूल्यांकन किया जाएगा, विशेष रूप से जब वे समाज से जुड़े मुद्दों या संघर्षों का सामना करते हैं। इसमें केस स्टडी आधारित प्रश्न हो सकते हैं।
मुख्य विषय क्षेत्र:
पेपर-VI: वैकल्पिक विषय – पेपर 1
उम्मीदवार द्वारा चुने गए वैकल्पिक विषय का प्रथम प्रश्नपत्र – 250 अंक
पेपर-VII: वैकल्पिक विषय – पेपर 2
उसी वैकल्पिक विषय का द्वितीय प्रश्नपत्र – 250 अंक
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कृषि |
पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान |
मानवशास्त्र |
वनस्पति विज्ञान |
रसायन शास्त्र |
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सिविल इंजीनियरिंग |
वाणिज्य और लेखांकन |
अर्थशास्त्र |
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग |
भूगोल |
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भूविज्ञान |
इतिहास |
कानून |
प्रबंधन |
गणित |
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मैकेनिकल इंजीनियरिंग |
चिकित्सा विज्ञान |
दर्शनशास्त्र |
भौतिकी |
राजनीतिक विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध |
UPSC मुख्य परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषयों में निम्नलिखित भाषाओं का साहित्य भी शामिल है, जिनमें से आप अपनी पसंद और सुविधा अनुसार कोई एक विषय चुन सकते हैं:
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असमिया |
बंगाली |
बोडो |
डोगरी |
गुजराती |
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हिंदी |
कन्नड़ |
कश्मीरी |
कोंकणी |
मैथिली |
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मलयालम |
मणिपुरी |
मराठी |
नेपाली |
उड़िया |
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पंजाबी |
संस्कृत |
संथाली |
सिंधी |
तमिल |
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तेलुगु |
उर्दू |
अंग्रेज़ी |
UPSC मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को अंतिम चरण में व्यक्तित्व परीक्षण या इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इस चरण में उम्मीदवारों का इंटरव्यू एक योग्य और निष्पक्ष बोर्ड द्वारा लिया जाता है। इस बोर्ड के पास उम्मीदवार का DAF (Detailed Application Form) होता है।
इंटरव्यू का उद्देश्य:
इस राउंड में उम्मीदवार के सामाजिक गुणों, सोचने की क्षमता और समसामयिक घटनाओं में रुचि का मूल्यांकन किया जाता है। बोर्ड यह देखता है कि उम्मीदवार लोक सेवा के लिए व्यक्तिगत रूप से कितना उपयुक्त है।
भाषा की सुविधा:
उम्मीदवार अपनी पसंद की भाषा में इंटरव्यू दे सकते हैं। UPSC अनुवादक की व्यवस्था करेगा।
अब जब आपको IAS सिलेबस की व्यापकता का अंदाज़ा हो गया है, तो यहां कुछ आसान UPSC सिलेबस तैयारी के टिप्स दिए गए हैं। ये सुझाव आपकी तैयारी को बेहतर और पूरी तरह से संतुलित बनाने में मदद करेंगे।
UPSC का सिलेबस बहुत बड़ा है, इसलिए इसे कई बार ध्यान से पढ़ें और समझें। इससे आपको यह पता चलेगा कि कौन-सा टॉपिक जरूरी है और कौन-सा नहीं। इससे आपकी समय की बचत होगी और तैयारी ज्यादा फोकस्ड होगी।
UPSC सिलेबस की एक कॉपी हमेशा अपने पास रखें। जब भी आप कुछ पढ़ें, तो सिलेबस देखकर यह सुनिश्चित करें कि आप जो पढ़ रहे हैं वो उसी से जुड़ा है।
तैयारी की शुरुआत मजबूत बेस से करें। इसके लिए सबसे पहले सभी जरूरी विषयों की NCERT किताबें पढ़ें। ये किताबें NCERT की वेबसाइट पर मुफ्त में उपलब्ध हैं। अगर समय कम है, तो आप UPSC के लिए NCERT पढ़ने की सही रणनीति भी देख सकते हैं।
हर विषय के लिए स्टैंडर्ड किताबें पढ़ें ताकि आपके कॉन्सेप्ट्स मजबूत हो सकें। आप UPSC के लिए सब्जेक्ट-वाइज बुकलिस्ट और रणनीति भी देख सकते हैं, जिससे हर विषय को गहराई से कवर किया जा सके।
IAS सिलेबस को अच्छे से याद रखने का राज़ है — बार-बार दोहराना।
जो भी आपने दिन में पढ़ा है, उसे रात को ज़रूर दोहराएं। अपने हफ्ते और महीने की योजना में रिविज़न के लिए अलग से दिन रखें। UPSC परीक्षा में ये जरूरी नहीं कि आप कितना पढ़ते हैं, बल्कि यह जरूरी है कि आपने कितना याद रखा है।
निष्कर्ष:
UPSC सिलेबस को समझना, सही सामग्री चुनना, बेसिक से शुरुआत करना और बार-बार रिविज़न करना — यही सफलता की कुंजी है!
UPSC प्रीलिम्स के GS पेपर-I में निम्नलिखित विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं:
GS पेपर-II (CSAT) एक क्वालिफाइंग पेपर होता है जिसमें निम्नलिखित से प्रश्न आते हैं:
इस परीक्षा की प्रभावी तैयारी के लिए एक मजबूत रणनीति होना जरूरी है।
यहां क्लिक करें और जानें पूरी UPSC तैयारी रणनीति → UPSC प्रिपरेशन स्ट्रैटेजी।